मध्यप्रदेश ग्लोबल एनवेस्टर समीट 2025: विकास और शिक्षा का एक नया युग


मध्यप्रदेश ग्लोबल एनवेस्टर समीट 2025: विकास और शिक्षा का एक नया युग



मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 24-25 फरवरी, 2025 को 8वीं ग्लोबल एनवेस्टर समीट (जीआईएस) का आयोजन किया गया था। यह महत्वपूर्ण इवेंट राज्य में औद्योगिक विकास, निवेश को बढ़ावा देने और व्यापारिक अवसरों को प्रस्तुत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। मध्यप्रदेश सरकार के औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा आयोजित इस सम्मेलन ने प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य को एक नई दिशा देने का कार्य किया।

यह द्विवार्षिक इवेंट राज्य की औद्योगिक और निवेश नीतियों के निर्धारण के लिए महत्वपूर्ण रहा। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के उद्योगपतियों, निवेशकों, नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित इस समीट में कई प्रमुख वैश्विक नेताओं, औद्योगिक घरानों और विशेषग्यों ने अपने विचार साझा किए, जिससे राज्य में निवेश और व्यापार को नई संभावनाएँ मिलीं।

इस इवेंट के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कुल 30.77 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, जो प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होंगे। इन समझौतों से विभिन्न उद्योगों, जैसे सूचना प्रौद्योगिकी, निर्माण, ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, और स्टार्टअप क्षेत्रों में नए अवसर सृजित होंगे।

मध्यप्रदेश के विकास में शिक्षा संस्थानों की भी अहम भूमिका होती है, और इस दिशा में सेज यूनिवर्सिटी भोपाल जैसे अग्रणी शैक्षणिक संस्थान महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। 2020 में स्थापित सेज यूनिवर्सिटी भोपाल, अपने उच्च गुणवत्ता वाले पाठ्यक्रमों और आधुनिक अनुसंधान सुविधाओं के साथ तेजी से एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र के रूप में उभर रही है। विश्वविद्यालय का अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) प्रकोष्ठ विभिन्न शोध परियोजनाओं और नवाचारों को प्रोत्साहित कर रहा है, जिससे प्रदेश के तकनीकी और औद्योगिक विकास में सहायता मिल रही है।

इसके अलावा, सेज यूनिवर्सिटी उद्यमिता और उद्योग साझेदारी को भी बढ़ावा दे रही है। नवंबर 2022 में, विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (School of Management) एंड कॉमर्स (School of Commerce) ने सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट मध्यप्रदेश (CEDMAP) और एरोन कैपिटल इंक के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य छात्रों में उद्यमशीलता कौशल विकसित करना और उन्हें व्यावसायिक दुनिया के लिए तैयार करना था।

शिक्षा संस्थानों द्वारा छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग से जुड़े अनुभव प्रदान करने की पहलें राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहायक साबित होंगी। सेज यूनिवर्सिटी भोपाल जैसे संस्थान छात्रों को उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार कर रहे हैं, जिससे राज्य में निवेश और औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।

इस प्रकार, ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025 और शिक्षा संस्थानों की भागीदारी ने मध्यप्रदेश के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला रखी है। सरकार, उद्योग और शिक्षा के सामूहिक प्रयासों से राज्य में सतत विकास और समृद्धि की नई संभावनाएँ उत्पन्न हो रही हैं।


अतेश कुमार 
सहायक प्राध्यापक
सेज यूनिवर्सिटी (भोपाल)